Rudrashtkam रुद्राष्टकम

आज की प्रस्तुति रुद्राष्टकम है, जिसके स्तवन से प्रभु राम युद्व से पहले शिव की स्तुति करते हैं नमामीशमीशान निर्वाण रूपं, विभुं व्यापकं ब्रह्म वेदः स्वरूपम् ।निजं निर्गुणं निर्विकल्पं निरीहं, चिदाकाश माकाशवासं भजेऽहम् ॥1॥ हे मोक्षरूप, विभु, व्यापक ब्रह्म, वेदस्वरूप…